ओरल सबम्यूकस फाइब्रोसिस (OSMF) एक पुरानी बीमारी है जो मुंह के श्लेष्म झिल्ली को प्रभावित करती है, जिससे यह कठोर और कम लचीली हो जाती है। यह स्थिति चबाने और निगलने में कठिनाई पैदा कर सकती है, और गंभीर मामलों में, मुंह खोलने में भी समस्या हो सकती है। OSMF का मुख्य कारण सुपारी, तंबाकू और अन्य चबाने वाले पदार्थों का सेवन है।

जब OSMF के लक्षण गंभीर हो जाते हैं और गैर-सर्जिकल उपचार प्रभावी नहीं होते हैं, तो सर्जरी एक विकल्प हो सकता है। ओरल सबम्यूकस फाइब्रोसिस सर्जरी का उद्देश्य मुंह खोलने और जबड़े की गति में सुधार करना है, साथ ही दर्द और परेशानी को कम करना है।

सर्जरी के प्रकार

ओरल सबम्यूकस फाइब्रोसिस के लिए कई प्रकार की सर्जरी उपलब्ध हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • फाइब्रोटॉमी (Fibrotomy): इस प्रक्रिया में, मुंह के अंदर कठोर बैंड (फाइब्रोसिस) को काटा जाता है।
  • ग्राफ्टिंग (Grafting): मुंह के अन्य हिस्सों से ऊतक (जैसे गाल या जीभ) को प्रभावित क्षेत्र में प्रत्यारोपित किया जाता है ताकि मुंह के अस्तर को बढ़ाया जा सके और लचीलापन में सुधार हो सके।
  • लेजर सर्जरी (Laser Surgery): लेजर का उपयोग फाइब्रोसिस को काटने या हटाने के लिए किया जा सकता है।
  • कॉम्बिनेशन सर्जरी (Combination Surgery): कुछ मामलों में, सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त करने के लिए विभिन्न सर्जिकल तकनीकों को जोड़ा जा सकता है।

सर्जरी के लाभ

  • मुंह खोलने में सुधार
  • जबड़े की गति में सुधार
  • चबाने और निगलने में आसानी
  • दर्द और परेशानी में कमी
  • जीवन की गुणवत्ता में सुधार