पिट और फिशर सीलेंट एक दंत चिकित्सा प्रक्रिया है जिसमें दांतों की चबाने वाली सतहों पर एक सुरक्षात्मक परत लगाई जाती है। यह दांतों की सड़न को रोकने में मदद करता है, खासकर बच्चों और किशोरों में।

पिट और फिशर सीलेंट क्या हैं? (What are pit and fissure sealants?)

पिट और फिशर सीलेंट एक पतला, प्लास्टिक का कोटिंग होता है जिसे दांतों के पिछले हिस्से की चबाने वाली सतहों पर लगाया जाता है। इन सतहों में छोटे गड्ढे और दरारें होती हैं जिन्हें पिट और फिशर कहा जाता है। ये गड्ढे और दरारें भोजन और बैक्टीरिया को फंसा सकती हैं, जिससे दांतों की सड़न का खतरा बढ़ जाता है। सीलेंट इन गड्ढों और दरारों को भरकर दांतों को सड़न से बचाने में मदद करते हैं।

पिट और फिशर सीलेंट क्यों महत्वपूर्ण हैं? (Why are pit and fissure sealants important?)

पिट और फिशर सीलेंट दांतों की सड़न को रोकने का एक प्रभावी तरीका है, खासकर बच्चों और किशोरों में। बच्चों के दांतों में सड़न होने का खतरा अधिक होता है क्योंकि वे ठीक से ब्रश करना या फ्लॉस करना नहीं सीख पाते हैं। सीलेंट दांतों को सड़न से बचाने में मदद करते हैं जब तक कि बच्चे बड़े नहीं हो जाते और अपने दांतों की ठीक से देखभाल करना नहीं सीख जाते।

पिट और फिशर सीलेंट कैसे लगाए जाते हैं? (How are pit and fissure sealants applied?)

पिट और फिशर सीलेंट लगाने की प्रक्रिया सरल और दर्द रहित होती है। इसमें कुछ मिनट लगते हैं और इसमें निम्नलिखित चरण शामिल हैं:

  1. दांतों को साफ किया जाता है।
  2. दांतों को सुखाया जाता है।
  3. दांतों पर एक एसिडिक जेल लगाया जाता है ताकि सतह खुरदरी हो जाए।
  4. एसिडिक जेल को धोया जाता है और दांतों को सुखाया जाता है।
  5. सीलेंट को दांतों पर लगाया जाता है।
  6. सीलेंट को सख्त करने के लिए एक विशेष रोशनी का उपयोग किया जाता है।

पिट और फिशर सीलेंट कितने समय तक चलते हैं? (How long do pit and fissure sealants last?)

पिट और फिशर सीलेंट कई वर्षों तक चल सकते हैं। हालांकि, उन्हें नियमित दंत चिकित्सा जांच के दौरान जांचना और आवश्यकतानुसार फिर से लगाना महत्वपूर्ण है।

यह जानकारी केवल सामान्य ज्ञान के लिए है और चिकित्सा सलाह नहीं देती है। निदान और उपचार के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करें।