मसूड़ों और हड्डी का ग्राफ्टिंग दो अलग-अलग सर्जिकल प्रक्रियाएं हैं जिनका उपयोग मसूड़ों की बीमारी (Gum disease) या अन्य कारणों से क्षतिग्रस्त या खोए हुए मसूड़ों और हड्डी को बदलने या पुनर्निर्माण के लिए किया जाता है।

मसूड़ों का ग्राफ्टिंग (Gum Grafting)

मसूड़ों का ग्राफ्टिंग एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें शरीर के किसी अन्य भाग से या डोनर से लिए गए मसूड़ों के ऊतकों को मसूड़ों के पीछे हटने का इलाज करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह प्रक्रिया मसूड़ों की रेखा को बहाल करने और दांतों की जड़ों को ढकने में मदद करती है।

मसूड़ों के ग्राफ्टिंग के लाभ:

  • मसूड़ों के पीछे हटने का इलाज (Treating receding gums)
  • दांतों की जड़ों को ढकना (Covering exposed tooth roots)
  • दांतों की संवेदनशीलता को कम करना (Reducing tooth sensitivity)
  • मुस्कान की उपस्थिति में सुधार (Improving the appearance of the smile)

हड्डी का ग्राफ्टिंग (Bone Grafting)

हड्डी का ग्राफ्टिंग एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें शरीर के किसी अन्य भाग से या डोनर से ली गई हड्डी या हड्डी के विकल्प का उपयोग खोई हुई हड्डी को बदलने या पुनर्निर्माण के लिए किया जाता है। यह प्रक्रिया अक्सर डेंटल इम्प्लांट (Dental Implants) लगाने से पहले की जाती है ताकि इम्प्लांट के लिए पर्याप्त हड्डी का समर्थन मिल सके।

हड्डी के ग्राफ्टिंग के लाभ:

  • डेंटल इम्प्लांट के लिए पर्याप्त हड्डी प्रदान करना (Providing enough bone for dental implants)
  • हड्डी के नुकसान को रोकना (Preventing further bone loss)
  • जबड़े की संरचना को मजबूत बनाना (Strengthening the jaw structure)

प्रक्रिया (Procedure)

मसूड़ों और हड्डी के ग्राफ्टिंग की प्रक्रिया में कई चरण शामिल होते हैं। आपका दंत चिकित्सक या पीरियडोंटिस्ट (Periodontist) आपके दांतों और मसूड़ों की जांच करेगा और आपके लिए सबसे उपयुक्त उपचार योजना विकसित करेगा।